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16 August, 2011

भक्त सत्संग सुमिरन ही नहीं करते, सेवा भी करते हैं. जो पूरा मन लगाकर 


सेवा करते हैं वो यश के पात्र हैं. जो भी जिस भी हालात में सेवा करने वाले 


हैं वो हमशा आशीर्वाद पाते आये हैं. महत्व सेवा वाले पहलू का है. सेवा को 


दुनियावी पैमाने से तोला नहीं जा सकता.


                                         -सदगुरु बाबा हरदेव सिंह जी महाराज

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