कोई सानी नही तेरी रेहमतो के सागर का,
तूने एतबार दिया इंसान पर इंसान का,
धूल के कण भी न थे हम तेरी दुनिया के,
माथे का चंदन बना दिया इस संसार का,
कोई सजदा नही,
तेरी याद का कोई फेरा नही,
फिर भी साॅसे चल रही है,
ये भरोसा है बस तेरे प्यार का...
बस तेरे प्यार का...