कुछ पंकतिया जन्मदिन पर 🎂
आज के दिन फिर
एक माँ ने जन्मा था
ऐसा लाल , वर्षों से प्यासी रूहों को जो कर रहा निहाल ★
बंदे का रूप लेकर अवतार आ गया है
इस बार बन कर देखो सरदार आ गया है
बांटा है वो उजाला
जो कम कभी ना होगा
ऐसा भण्डार खोला
खतम कभी ना होगा
मोहनी सी सूरत है
मुस्कान है गजब की
बन्दे में देखो कैसी दिखती है सूरत रब की
चाबी खुदा के घर की
हाथों में लेकर आया
भटकी हुई रूहों को फिर रास्ता दिखाया
दिल लाया माँ के जैसा
राजमाता का दुलारा
तभी तो संतो इसको कहते है बख्शनहारा
संसार के भले का बीड़ा है वो उठाया हर पल जुटा है देखो
दिन रात सब भुलाया
ना चैन की फ़िक्र है
ना नींद इसको प्यारी
संसार के भले की छाई है बस खुमारी
बस एक नजर इसकी सब सुखों का खजाना
तीनो जहां का मालिक, बरह्मज्ञान का सौदागर
आपने सबको 'मोहित' कर दिया
जीवन की राह असल में दिखाई★
तो आपको है इसके जन्म की बधाई
तो आपको है इसके जन्म की बधाई
तो आपको है इसके जनमदिन कि बधाइ
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23 February, 2016
कुछ पंकतिया जन्मदिन पर
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