तूलसी वृक्ष ना जानिये
गाय ना जानिये ढौर !
माता पिता मनुष्य ना जानिये,
ये तीनो नन्द किशोर!!
गाय ना जानिये ढौर !
माता पिता मनुष्य ना जानिये,
ये तीनो नन्द किशोर!!
अर्थात्:– तूलसी को कभी
वृक्ष नही समझना चाहिए,
वृक्ष नही समझना चाहिए,
गाय को कभी पशु ना समझे!
और
माता पिता को
कभी मनुष्य ना समझे,
क्योकि
ये तीनो तो
साक्षात भगवान का रूप है!!
और
माता पिता को
कभी मनुष्य ना समझे,
क्योकि
ये तीनो तो
साक्षात भगवान का रूप है!!