Search This Blog

19 September, 2016

सत्य

*इच्छायें पूरी नही होती है*
*तो क्रोध बढ़ता है*
*और इच्छायें पूरी होती है*
*तो लोभ बढ़ता है*
*इसलिए जीवन की हर तरह की परिस्थिति में धैर्य बनाये रखना ही श्रेष्ठता है ।"*
*मानव कितनी भी बनावट करे*
*अंधेरे में छाया*
*बुढ़ापे में काया*
*"और"*
*अंत समय मे माया किसी का साथ नहीं देती*
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁

Teacher vs Guru

A Teacher instructs you, a Guru constructs you. A Teacher sharpens your mind, a Guru opens your mind. A Teacher answers your question, a Gur...