ए गुरुबचन के प्यारो, इस प्यार का है वास्ता
जो कर गए है, एक एक एहसान का है वास्ता
उस त्याग कि कसम, है बलिदान का है वास्ता
कुर्बान कर गए जो, उस प्राण का है वास्ता
भुले से ना भुले, ये उपकार गुरुबचन का
दिल करता है शुक्रिया बार बार बार गुरुबचन का......