नहीं है फुर्सत घर से मंदिर
तक लोगो को आने की
और तम्मना रखते है सीधे
शमशान से स्वर्ग जाने की
बड़े नादाँन है वो लोग जो इस दौर में
भी वफ़ा की उम्मीद रखते है
यहाँ तो दुआ कबूल ना हो तो लोग भगवान बदल
देते है.........!!"
तक लोगो को आने की
और तम्मना रखते है सीधे
शमशान से स्वर्ग जाने की
बड़े नादाँन है वो लोग जो इस दौर में
भी वफ़ा की उम्मीद रखते है
यहाँ तो दुआ कबूल ना हो तो लोग भगवान बदल
देते है.........!!"