Search This Blog

22 November, 2014

सतगुरु प्यारे

सतगुरु प्यारे इन्होने 
इतना बचाया हैं
हसने लगी ज़िन्दगी,
मन मुस्कुराया हैं
दिव्यदृष्टि देकर के,
अँधेरा मिटाया हैं
नज़रे नूरानी से,
स्वरुप दिखाया हैं
गिर गए थे हम तो,
गुरु ने उठाया हैं
अवगुण नहीं देखे,
गले से लगाया हैं
अनमोल खज़ाना देकर,
बादशाह बनाया हैं
विषयों के कीचड़ में,
गिरने से बचाया हैं
मुरझाया मन का चमन,
गुरु ने खिलाया हैं
भूल गए थे हसना,
गुरु ने हसाया हैं
संसार सागर से,
गुरु ने ताराया हैं
मन पर जन्मो से,
गफलत का पर्दा था
दुई का पर्दा हटा कर,
नींद से जगाया हैं
कैसे भूलूँ रहमत,
तन मन चमकाया है।।।।।।

Teacher vs Guru

A Teacher instructs you, a Guru constructs you. A Teacher sharpens your mind, a Guru opens your mind. A Teacher answers your question, a Gur...